रांची। जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी राज नारायणाचार्य जी महाराज, पूर्वांचल भक्ति पीठाधीश्वर,देवरिया( उत्तर प्रदेश) अभी झारखंड प्रवास पर है। शनिवार शाम को स्वामी जी नई दिल्ली से हवाई मार्ग से रांची पहुंचे हवाई अड्डे पर अनीश खिरवाल समेत अन्य भक्तों ने उनका स्वागत किया। कुछ समय रांची में रहने के बाद स्वामी जी टाटा की नगरी जमशेदपुर प्रस्थान कर गये।
रविवार को जमशेदपुर में स्वामी राजनारायणाचार्य जी का अति व्यस्त कार्यक्रम रहा।
जमशेदपुर और आसपास के इलाकों में रहने वाले तमाम भक्त शनिवार शाम से ही उनका आशीर्वाद लेने पहुंचने लगे। रविवार को भी यह क्रम जारी रहा।
अपने समय के प्रख्यात संत स्वामी त्रिदंडी देव जी महाराज के परम शिष्य में से एक स्वामी राजनारायणाचार्य जी महाराज ने बक्सर में त्रिदंडी स्वामी जी महाराज की छत्रछाया में संस्कृत की पढ़ाई की फिर श्रीमद् भागवत कथा से जुड़ गए।
त्रिदंडी स्वामी जी के कहने पर उत्तर प्रदेश की पवित्र धार्मिक भूमि देवरिया को अपना कर्म स्थल बनाया और वहीं पर भक्ति वाटिका नाम से अपना आश्रम बनवाया। पूरे पूर्वांचल में आज भक्ति वाटिका एक प्रमुख धार्मिक स्थल के रूप में अपनी पहचान बना चुका है।