चंद्रदेव सिंह राकेश
जमशेदपुर : हरियाली के महीने के रूप में पहचान रखनेवाले सावन मास में हर किसी का मन हरा-हरा रहता है. प्रकृति की छटा निराली हो जाती है. इंसान से लेकर पशु-पक्षी तक का मन झूम उठता है. दिलों में ऐसी लहर उठती है कि हर मन मस्ती में डूब जाता है.
कुछ इसी तरह का भाव झारखंड की औद्योगिक नगरी जमशेदपुर में मंगलवार को दिखा. स्थान था साकची स्थित प्रसिद्ध होटल दयाल इंटनेशनल के पांचवे तल्ले का खूबसूरत हॉल. फूलों व गुब्बारों से सजे हॉल में हरे परिधानों में सोलह श्रृंगार कर शहर के हर क्षेत्र की महिलाएं सावन महोत्सव में शामिल होने पहुंची थी.
जमशेदपुर के सामाजिक जीवन में अति सक्रिय रहनेवाली विदुषी महिला किरण बेदी की पहल पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
किरण बेदी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में पावन श्रावण मास का अपना अलग ही महत्व है. यह समय न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक है.
उन्होंने अपनी सहेलियों के साथ मिलकर सावन मिलन का कार्यक्रम रखा था. किरण कहती हैं कि सच पूछिए तो सावन मिलन तो एक बहाना था, यह उनका अपना तरीका था. अपने दोस्तों के साथ खुश रहने का और कुछ खुशियों के पल अपने दोस्तों को देने का.
कार्यक्रम में शामिल महिलाएं किसी उम्र सीमा के दायरे में नहीं थीं. 20 साल की कुंवारी लडक़ी से लेकर 75 प्लस साल की नानी दादी तक सभी एक दूसरे के साथ खुशियां मनाने पहुंची थीं.
इनके साथ जोरदार अंदाज में सावन मिलन में सक्रिय किरण ने बेदी ने कहा कि आज हम सभी को बहुत अच्छा लग रहा है जब हम एक दूसरे को खुश देख रहे हैं.
कार्यक्रम की जबरदस्त सफलता से उत्साहित किरण ने कहा कि उनका तो विचार है कि खुश रहने के लिए हमें सावन का इंतजार नहीं करना चाहिए बल्कि समय-समय पर हर महीने इस तरह के कार्यक्रम रखने चाहिए. हर महीने में सावन का अहसास करना चाहिए और कराना भी चाहिए. उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि हमेशा इस तरह के हंसी खुशी के कार्यक्रम को कराती रहें.
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को तैयार करने में हालांकि सब का सहयोग रहा फिर भी शोभा, गीता, शीतल, मुस्कान, संगीता, जया, शंपा और मेरे पतिदेव ने बहुत सहयोग किया.
कार्यक्रम में इंदू सिंह राकेश, अनिमा. अनिमा (जीवी), अनु, अर्चना, बेला, फरजाना, गीता, हरबंश, हीरा, जया, जया सिंह, कौशल्या, कमलेश, किरण बेदी, किरण रजक, कृष्णा, मंजू लाल, मौमिता, मीना, मीनू, मुस्कान, नीरजा, पूनम, प्रभा, रूपाली, रूपा, संगीता, शंपा, शारदा, शिल्पा, शिवम की मम्मी, शिवानी, शोभा, श्रेया, सुमन, तापसी, त्रिलोचन व उमरानी दास समेत बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया.
वास्तव में सावन मिलन की इस बहुप्रतीक्षित घड़ी के लिए सभी महिलाएं पूरी तरह से तैयार होकर पहुंचीं. आकर्षक परिधान में, रंग बिरंगी चूडिय़ां पहने, रंग बिरंगी साडिय़ों में पूरे साज श्रृंगार के साथ. और इसके बाद सावन का जो धमाल मचा, उसके अंदाज में बारे में तो पूछिए ही मत. गजब का उत्साह व उमंग दिखा सावन ्मिलन कार्यक्रम में.
कार्यक्रम में किसी ने गाना गाया तो सब ने जमकर ठुमके लगाए. नृत्य, संगीत, खेल और स्वादिष्ट व्यंजन का महिलाओं ने जमकर लुत्फ उठाया.