रांची। आईआईसीएम इम्प्लाईज यूनियन (सीटू) का पांचवां सम्मेलन 29 जनवरी को आईआईसीएम परिसर में हुआ। इसकी अध्यक्षता आरपी सिंह ने की। इसमें प्रमुख रूप से जेबीसीसीआई सदस्य डीडी रामानंदन, सीटू के झारखंड प्रदेश महासचिव प्रकाश विप्लव, बीएसएसआर यूनियन के अनिर्माण बोस, पेट्रोलियम वर्कस कमेटी के महासचिव एसके राय मौजूद थे।
प्रकाश विप्लव ने कहा कि कोरोना काल को केंद्र सरकार ने अवसर के तौर पर इस्तेमाल किया। श्रम कानून में संशोधन कर श्रमिकों को चोट दिया। डीडी रामानंदन ने कहा कि आईआईसीएम के श्रमिकों को मिल रही सुविधा में कोई कटौती नहीं होगी। इसके लिए कोल इंडिया चेयरमैन से बात की जायेगी। अनिर्माण बोस ने श्रमिकों को संगठित होकर लड़ाई लड़ने के गुर सिखाए। आरपी सिंह ने कामगारों को आनेवाले दिन के लिए सचेत रहने एवं संगठित होकर अपने हक की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया।
मौके पर तीन साल के लिए यूनियन का पुनर्गठन सर्वसम्मिति से किया गया। संरक्षक- डीडी रामानंदन और प्रकाश विप्लव, अध्यक्ष-आरपी सिंह, महासचिव- नूर आलम, कार्यकारी अध्यक्ष-अनिल यादव, कोषाध्यक्ष-भीमानन्द झा, संगठन मंत्री-जय प्रकाश यादव, उपाध्यक्ष- विनय कुमार, कयूम अंसारी, मनोज मल्लिक, पुष्पा खलको, पच्चुलाल महतो बनाये गये। एसके राय, मुकेश कुमार वर्मन, रामप्रसाद साहु, हिमांशु कुमार दूबे, मरियम बेग, सरवर आलम को सह सचिव बनाया गया। अशोक प्रसाद और धर्मेद्र कुमार सिंह सह कोषाध्यक्ष बनाए गए।
कार्यकारिणी समिति के 31 सदस्य को रखा गया है। नई कमेटी की पहली बैठक में सभी विषयों पर विस्तार से चर्चा करके रूप रेखा तय की जायेगी।