मुंबई : स्वर कोकिला से पहचान रखनेवाली देश की देश की मशहूर गायिका और भारत रत्न लता मंगेशकर अब इस दुनिया में नहीं रहीं. आद तड़के मुंबई के अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस लीं. उनका अंतिम संस्कार आज शाम मुंबई के शिवाजी पार्क में किया जाएगा.
तला मंगेशकर के निधन से पूरा देश शोक में डूब गया है. केंद्र सरकार ने उनके निधन पर दो दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है. राजनीतिक दलों से लेकर बॉलीवुड से जुड़े दिग्गजों ने उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है.
बीते दिन उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया था, जिसके बाद उन्हें आईसीयू से वेंटिलेटर में रखा गया था. डॉक्टरों ने इससे पहले शनिवार को जानकारी दी थी कि लता मंगेशकर को स्वास्थ्य स्थिर होने के बाद वेंटिलेटर से आईसीयू शिफ्ट किया गया था लेकिन अचानक बीते रोज उनकी सेहत बिगडऩे लगी, जिसके बाद उन्हें फिर वेंटिलेटर पर रखा गया था। रविवार सुबह उन्होंने अस्पताल में ही आखिरी सांस ली.
पीएम नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, लता दीदी के गानों ने कई तरह के इमोशन्स को उभारा. उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा. फिल्मों से परे, वह हमेशा भारत के विकास के बारे में भावुक थीं. वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थी.
भारत रत्न से सम्मानित हुई थी लता मंगेशकर
28 सितंबर 1929 को इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका थीं. उनका छह दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है, लता जी ने लगभग तीस से ज्यादा भाषाओं में फिल्मी और गैर-फि़ल्मी गाने गाये हैं लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायक के रूप में रही है. अपनी बहन आशा भोंसले के साथ लता जी का फिल्मी गायन में सबसे बड़ा योगदान रहा है. लता की जादुई आवाज के भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में दीवाने हैं. लता मंगेशकर को भारत सरकार ने भारतरत्न से सम्मानित किया था.