बिहार में सियासी गहराइयों में टक्कर की तैयारी, 6 सीटों का मुद्दा बड़ा रहा है। क्या जेडीयू और आरजेडी के बीच सीटों का विवाद अच्छे दिनों की ओर इंगित कर रहा है?
चुनाव 2024 के आगे आई सीटों की जंग
बिहार में सियासी समीकरणों में बदलाव की संभावना है, जैसे कि जेडीयू (JDU) और आरजेडी (RJD) के बीच कुछ सीटों पर विवाद है। इससे सूचना मिल रही है कि दोनों पार्टियों के बीच चुनाव 2024 के लिए सीट साझा करने के मुद्दे पर गहरे विचारधारा में असहमति है.
विवादित सीटें
कहा जा रहा है कि सीटामढ़ी, मधेपुरा, गोपालगंज, सीवान, भागलपुर, और बांका जैसी सीटों पर दोनों पार्टियों के बीच विवाद हो रहा है। आरजेडी खासतर से इस मांग पर खड़ा है कि इन सीटों पर उनका पार्टी का उम्मीदवार हो, लेकिन जेडीयू इसका समर्थन नहीं कर रहा है।
जेडीयू का दबदबा
नीतीश कुमार के पूर्व और वर्तमान में जुड़े लोग किसी भी कीमत पर इन सीटों को आरजेडी को नहीं देने के पक्ष में हैं। जेडीयू का मानना है कि इन सीटों पर उनका दबदबा है, और वे लोकसभा चुनाव 2019 में इन सीटों पर विजयी हुए थे।
बीजेपी के लिए क्या षड्यंत्र?
मुंबई बैठक के बाद, नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव के बीच सीटों के साझा करने की बातचीत हुई थी। प्रारंभिक चरण की बातचीत में दोनों पार्टियों ने 16-16 सीटों पर चुनाव लड़ने का सहमति दिलाई थी। अन्य 8 सीटों पर कांग्रेस और वाम दल अपने उम्मीदवारों को उतारेंगे। इसके साथ ही यह भी समझौता हुआ कि लालू प्रसाद यादव कांग्रेस को जीतने वाली सीटों के चयन में मदद करेंगे।