केंद्र सरकार की तरफ से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून (NFSA) के तहत 81.35 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मुहैया कराया जा रहा है। लेकिन इसके बावजूद, बाजार में सस्ता आटा आने की चर्चा है, और इसका मतलब क्या हो सकता है, इस पर काम चल रहा है। ब्रांडेड आटे की कीमत 35 से 40 रुपये प्रति किलो है, जबकि एमपी की गेहूं के आटे की कीमत 45 रुपये प्रति किलो के पास है।
इसी बीच, सरकार अब भारत ब्रांड के तहत 27.5 रुपये प्रति किलो की दर पर आटे की बिक्री करने की योजना बना रही है। इस कदम की शुरुआत 7 नवंबर से होने की उम्मीद है।
नए आटे के पैकेट: 10 और 30 किलो
इन नए आटे के पैकेट में 10 किलो और 30 किलो के विकल्प होंगे। आटे का 10 किलो का पैकेट यकबर 275 रुपये के करीब मिलने की उम्मीद है, जो बाजार में उपलब्ध अन्य ब्रांडेड आटे की मूल्य के बहुत करीब है।
फ्री राशन योजना पर अपडेट – इसके आगे क्या?
केंद्र सरकार की तरफ से चल रही मुफ्त राशन योजना का मेंटनेंस पिछले साल बढ़ा दिया गया है, लेकिन अब तक कोई अधिक अपडेट नहीं आया है। सूत्रों का कहना है कि सरकार के पास गेहूं का बफर स्टॉक है और दिसंबर के आखिरी हफ्ते में कैबिनेट बैठक में इस योजना को आगे बढ़ाने की संभावना है। सरकार की यह पहल का उद्देश्य है कि सस्ता आटा लोगों को पहुंचाया जा सके, ताकि उनकी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी हो सकें।
यह नई पहल किसानों और गरीब लोगों के लिए एक सुनहरा मौका साबित हो सकती है, जिससे उन्हें अच्छे और सस्ते आटे की सप्लाई हो सके। आने वाले दिनों में यह योजना कितनी सफल होती है, यह देखना है कि कैसे यह योजना लोगों की जीवनशैली को प्रभावित करती है और क्या इससे लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।