अलवर: राजस्थान के अलवर जिले में पुलिस अफसरों की शर्मनाक चेहरा सामने आई है। तीन पुलिस अधिकारी आरोपित हैं कि उन्होंने 16 साल की एक नाबालिग लड़की के साथ दो साल तक बर्बरता की। इसके साथ ही, आरोप है कि इन पुलिस अधिकारियों ने बच्ची के भाई को आर्म्स एक्ट के केस में फंसाने का कारण बनाया।
आरोपित लड़की की मां ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है और तीनों आरोपियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है। इस घटना की जांच के लिए रैणी थाना पुलिस द्वारा कठोर जांच की जा रही है।
तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया
आरोपित तीनों पुलिसकर्मियों को अब तक की जानकारी के अनुसार सस्पेंड कर दिया गया है और उनके खिलाफ पोक्सो एक्ट और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें कांस्टेबल अविनाश मीणा और राजू शामिल हैं, जो रैणी थाना में सेवानिवृत्त थे, तथा तीसरा आरोपी सिपाही मानसिंह जाट, जो मालाखेड़ा थाना में सेवानिवृत्त था।
पीड़िता की मां ने बताई दर्दनाक दास्तान
पीड़िता की मां ने बताया कि उसकी बेटी ने इस अज्ञात दरिंदगी का शिकार होने का दर्द दो साल तक सहा। लेकिन अपने भाई को बचाने के लिए उसने ना तो इस बारे में उसे बताया और ना ही परिवार के किसी सदस्य से इसकी शिकायत की। लेकिन जब उसे इस बचाव के चक्कर में बहुत ज्यादा बर्दाश्त करना पड़ा, तो उसने अपनी मां को इसकी जानकारी दी और फिर मामले का आरंभ हुआ। आज पीड़ित लड़की का मेडिकल बचाव चल रहा है। इस घटना के बाद, एसपी ने तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त जांच करने के निर्देश दिए हैं।