मृत्युंजय सिंह गौतम
रांची: भगवान शिव के पवित्र मास के सावन में झारखंड के स्वास्थ्य व खाद्य आपूर्ति मंत्री और जमशेदपुर पश्चिम से कांग्रेस विधायक बन्ना गुप्ता भी सनातनी राह पर चलते हुए भोले भडारी आशीर्वाद लेने पहुंचे। परिवार के सदस्यों, पार्टी के कार्यकर्ताओं, मित्रों- शुभचिंतकों और क्षेत्र की जनता के साथ श्रावण शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि की शुभ बेला में भव्य तरीके से अपने जमशेदपुर के कदम आवास पर रुद्राभिषेक अनुष्ठान का आयोजन किया।
इस आयोजन में उन्होंने अपने पूरे परिवार, कार्यकर्ताओं और क्षेत्र की जनता के साथ भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया। यह आयोजन सावन मास के पवित्र महीने में किया गया, जो हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
रुद्राभिषेक का महत्व
रुद्राभिषेक हिन्दू धर्म में एक प्रमुख पूजा विधि है, जिसमें शिवलिंग का जल, दूध, घी और अन्य पवित्र सामग्रियों से अभिषेक किया जाता है। यह पूजा विशेष रूप से भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए की जाती है।
ऐसा माना जाता है कि रुद्राभिषेक से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और सभी कष्ट दूर होते हैं। सावन के महीने में इस पूजा का विशेष महत्व होता है, क्योंकि इस समय भगवान शिव की आराधना से विशेष फल मिलता है।
कार्यक्रम की शुरुआत
शनिवार सुबह 11:00 बजे इस पवित्र कार्यक्रम की शुरुआत हुई। पूरे वातावरण में भक्ति और श्रद्धा का माहौल था। मंत्रोच्चारण के साथ जब रुद्राभिषेक प्रारंभ हुआ, तो वहां उपस्थित सभी श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। मंत्रों की ध्वनि से समूचा वातावरण गूंज उठा।
शिवलिंग का अभिषेक
जब रुद्राभिषेक प्रारंभ हुआ, तो मंत्री बन्ना गुप्ता ने शिवलिंग पर जल, दूध और घी आदि को अर्पित किया। अभिषेक के दौरान मंत्रोच्चारण हो रहा था, जिससे वातावरण अत्यंत पवित्र हो गया था। यह माना जाता है कि इस प्रकार के अभिषेक से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं।
सावन में रुद्राभिषेक का महत्व
सावन के महीने में रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है। यह महीना भगवान शिव को अत्यधिक प्रिय है। इस दौरान भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से भक्तों को विशेष फल की प्राप्ति होती है। सावन में शिवलिंग का अभिषेक करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं और उसे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
भगवान शिव की महिमा
भगवान शिव हिन्दू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं। उन्हें त्रिदेवों में से एक माना जाता है और वे सृष्टि के संहारकर्ता के रूप में जाने जाते हैं। भगवान शिव को भूतनाथ, नीलकंठ, महादेव आदि अनेक नामों से पूजा जाता है। उनकी महिमा अनंत है और भक्तों के लिए वे सदा ही कल्याणकारी माने जाते हैं।
मंत्री का पारिवारिक योगदान
मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस कार्यक्रम में विशेष रूप से अपने पूरे परिवार को शामिल किया। उनके परिवार के सभी सदस्य इसमें शामिल हुए।
परिवार के सदस्यों ने भगवान शिव की पूजा में अपना योगदान दिया और शिवलिंग पर जल, दूध, घी समेत अन्य सामग्रियों से भोले बाबा का अभिषेक किया। इस आयोजन से दिखा है कि मंत्री बन्ना गुप्ता अपने धार्मिक और पारिवारिक कर्तव्यों को कितनी गंभीरता से निभाते हैं।
कार्यकर्ताओं की भूमिका
इस आयोजन में मंत्री के साथ उनके कार्यकर्ता भी शामिल थे। कार्यकर्ताओं ने पूरे आयोजन की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने न केवल आयोजन स्थल को सजाया, बल्कि सभी व्यवस्थाओं का ध्यान भी रखा। कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए अपने स्तर पर हर संभव प्रयास किया।
श्रद्धालुओं की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। क्षेत्र की जनता ने भी इस आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी ने बड़े उत्साह के साथ भगवान शिव की आराधना की और रुद्राभिषेक में भाग लिया। श्रद्धालुओं के चेहरों पर भक्ति और श्रद्धा की झलक स्पष्ट दिखाई दे रही थी।
भव्य मंडप और सजावट
इस धार्मिक आयोजन के लिए एक भव्य मंडप का निर्माण किया गया था। पूरे मंडप को फूलों, धूप और रंग-बिरंगे वस्त्रों से सजाया गया था। सजावट इतनी सुन्दर थी कि वहां उपस्थित हर व्यक्ति मंत्रमुग्ध हो गया।
प्रसाद वितरण
रुद्राभिषेक के बाद, मंत्री बन्ना गुप्ता ने अपनी पत्नी और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया। प्रसाद के रूप में फल, मिठाई और अन्य पवित्र वस्त्रों का वितरण किया गया। प्रसाद वितरण के दौरान मंत्री ने स्वयं प्रत्येक श्रद्धालु से मुलाकात की और उन्हें आशीर्वाद दिया। प्रसाद वितरण का कार्यक्रम लगभग 4 बजे तक चला, जिसमें श्रद्धालुओं को पूरी, खीर, सब्जी और मिठाई जैसे स्वादिष्ट पकवान वितरित किए गए।
लोगों का उत्साह
इस कार्यक्रम में लोगों का उत्साह देखते ही बनता था। सभी ने भक्ति भाव से भगवान शिव की पूजा की और प्रसाद ग्रहण किया। उपस्थित जनसमूह ने मंत्री बन्ना गुप्ता की इस पहल की प्रशंसा की और उन्हें धन्यवाद दिया।
धार्मिक बसामाजिक संदेश
इस आयोजन के माध्यम से मंत्री बन्ना गुप्ता ने न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक संदेश भी दिया। उन्होंने बताया कि ऐसे आयोजनों से समाज में समरसता और एकता का भाव बढ़ता है।
कार्यक्रम की समाप्ति
लगभग 1:30 बजे इस धार्मिक आयोजन का समापन हुआ। तद्पश्चात प्रसाद वितरण का कार्यक्रम आरंभ हुआ, जो लगभग 4 बजे तक चला। सभी ने भगवान शिव की आराधना की और प्रसाद ग्रहण किया। अंत में मंत्री बन्ना गुप्ता ने अपने सभी कार्यकर्ताओं और श्रद्धालुओं को धन्यवाद दिया और कार्यक्रम की सफलता के लिए आभार व्यक्त किया।
भविष्य की योजनाएं
मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस अवसर पर यह भी घोषणा की कि वे भविष्य में भी इस प्रकार के धार्मिक आयोजन करेंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज में धार्मिक और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देते हैं और उन्हें इस प्रकार के आयोजनों में हिस्सा लेने में गर्व महसूस होता है।
समारोह की सफलता
यह कार्यक्रम हर दृष्टि से सफल रहा। सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलीं और उपस्थित जनसमूह ने इसे अत्यधिक सराहा। इस आयोजन ने मंत्री बन्ना गुप्ता की धार्मिक आस्था और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को और भी मजबूत किया है।
भक्ति और समर्पण का संदेश
इस प्रकार, मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा आयोजित यह रुद्राभिषेक कार्यक्रम न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण रहा। इसने न केवल भगवान शिव की महिमा का प्रचार किया, बल्कि समाज में भक्ति और समर्पण का संदेश भी फैलाया। इस प्रकार के आयोजन हमें हमारी सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक परंपराओं से जोड़े रखते हैं और समाज में एकता और सद्भाव का संचार करते हैं। इस अवसर पर मंत्री ने झारखंड की जनता के लिए सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना की।