रांची। मां छिन्नमस्तिका के क्षेत्र रामगढ़ के स्वर्णकार समाज के ऐतिहासिक गांव सुकृगड़ा (लारी ) में भगवान भोलेनाथ के मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।
इन दिनों निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है ताकि आगामी महाशिवरात्रि तक बहुत हद तक निर्माण कार्य पूरा हो जाए लेकिन इसके लिए सनातन प्रेमियों और शिव भक्तों से सहयोग की आस भी मंदिर कमेटी लगाए हुए हैं।
इस शिव मंदिर के निर्माण की बुनियाद रखने में अहम भूमिका निभाने वाले डॉक्टर गोविंद प्रसाद बताते हैं कि इस ऐतिहासिक गांव में स्वर्णकार परिवारों की संख्या ज्यादा है और उनकी कुलदेवी ब्घोतींन माता हैं।
गांव की बस्ती में भोले बाबा का मंदिर बन जाने से ग्राम वासियों को पूजा अर्चना करने में सहूलियत होगी।
डॉक्टर गोविंद प्रसाद ने बताया कि दो हजार अट्ठारह में उनके परिवार की एक वरिष्ठ महिला सदस्य को ऐसी अनुभूति हुई कि गांव में आबादी के बीच भगवान भोले बाबा का मंदिर होना चाहिए।
उन्होंने अपनी अनुभूति से डॉक्टर गोविंद प्रसाद को अवगत कराया ईश्वर का कमाल देखिए कि गांव में स्थित स्वर्णकार धर्मशाला के नजदीक में ही एक भूखंड था जो मंदिर के लिए सर्वाधिक उपयुक्त पाया गया।
डॉक्टर गोविंद प्रसाद ने मंदिर निर्माण स्थल के पास निर्माण कार्य को दिखाते हुए बताया कि उन्होंने तत्काल मंदिर निर्माण के लिए जमीन देने की औपचारिकता पूरी कर आई और ईश्वर के आशीर्वाद से अपने अपनी ओर से संकल्प राशि देकर मंदिर निर्माण का आधार तैयार करा दिया।
उन्होंने बताया कि कोरोना के कारण पिछले 2 साल के दौरान निर्माण कार्य की गति धीमी थी लेकिन अब इसमें तेजी आई है गुंबद की ढलाई हो चुकी है और प्लास्टर का कार्य चल रहा है। अब शिव भक्तों के सहयोग की आवश्यकता है ताकि निर्माण कार्य को अंतिम मुकाम तक पहुंचा कर शिव परिवार की स्थापना की जाए और विधिवत तरीके से पूजा अर्चना शुरू की जा सके।
लारी गांव की माटी के लाल और अपनी सेहत व यादाश्त से हर मिलने वाले को चकित कर देने वाले 79 वर्षीय देवकीनंदन प्रसाद बताते हैं कि यह मंदिर ग्रामीणों के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है। जैसे-जैसे मंदिर निर्माण का कार्य तेज हो रहा है वैसे वैसे उसके नजदीक स्थित स्वर्णकार धर्मशाला का भी विकास जोर पकड़ रहा है। क्षेत्रीय विधायक के सहयोग से सोनार धर्मशाला को नया रूप मिलने जा रहा तो ग्राम वासियों और शिव भक्तों के सहयोग से मंदिर तेजी से आकार ग्रहण कर रहा है।