आने वाले फेस्टिव सीज़न में देशवासियों के लिए महंगाई की चुनौती महसूस होने वाली है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने बड़े संकेत के साथ कमर्शियल LPG सिलेंडरों की कीमतों में 1 अक्टूबर से 209 रुपये की वृद्धि की है। दिल्ली में, एक 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल LPG सिलेंडर की नई कीमत 1731.50 रुपये है, जिससे वह पिछले महीने के मुकाबले 209 रुपये महंगा है।
सरकारी इन्टरवेंशन का नतीजा
यह वृद्धि आम लोगों के लिए एक बड़ी कठिनाई का संकेत है, जब सरकार ने 30 अगस्त को एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों में कमी की थी। इससे, दिल्ली में 14.2 किलोग्राम के लिए एलपीजी सिलेंडर की कीमत 903 रुपये हो गई है, जो पिछले महीने की 1,103 रुपये के मुकाबले 200 रुपये कम है। इस साथ, उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को भी 400 रुपये की सब्सिडी दी जाएगी, जिसमें पिछले 200 रुपये की सब्सिडी शामिल है। इसका मतलब है कि उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को एलपीजी सिलेंडर अब 703 रुपये में मिलेगा।
चुनावी रंग: LPG सिलेंडर की महंगाई बनी चर्चा का केंद्र
इस नई वृद्धि ने नहीं सिर्फ घरेलू बजट को तंग किया है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण चुनावी मुद्दा भी बन गया है। चर्चा में आई इस वृद्धि ने कांग्रेस पार्टी को मौका दिया है जिसका वह उचित फायदा उठा रही है। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को सब्सिडी की बजाय अब 400 रुपये की सब्सिडी दी जा रही है, जो सरकार की नई पहल है। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में सत्ता में आते ही 500 रुपये की सब्सिडी की घोषणा की है, जो राज्य में सब्सिडी प्राप्त करने वालों को विशेष रूप से प्रभावित करेगा।
इस छोटे विचार से लगता है कि आने वाले चुनावी महौल में भी एलपीजी सिलेंडरों की महंगाई पर कांग्रेस भारी परिचिति जमा करना चाहती है। राजस्थान में भी चर्चा में आई एलपीजी सिलेंडरों की यह वृद्धि सरकार की नई पहल का हिस्सा है, जहाँ यह सरकारी सहायता प्राप्त करने वालों के लिए स्वागत की जा रही है। यह नहीं सिर्फ उनके लिए एक आर्थिक राहत होगी, बल्कि यह भी उनकी सरकार के प्रति आत्मनिवेश को बढ़ाएगी।