अमेरिका में एक हड़कंप मच गया है जब 16000 फीट की ऊंचाई पर उड़ते हुए एक विमान का दरवाजा टूटकर गिर गया। इस हादसे में विमान में सवार 171 यात्री और 6 क्रू मेम्बर्स समाहित थे और उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी है।
अलास्का एयरलाइंस की बोइंड 737-मैक्स-9 विमान जो पोर्टलैंड से कैलिफोर्निया के ओंटारियो के लिए जा रहा था, टेकऑफ के कुछ मिनट बाद ही विमान का इमरजेंसी दरवाजा टूटकर गिर गया। इसके परिणामस्वरूप, यात्रीगण की सांसें अटक गईं और विमान की इमरजेंसी लैंडिंग हुई।
इमरजेंसी डोर के टूटने के बाद, यात्रीगण को ऑक्सीजन मास्क पहनाए गए, लेकिन इस हादसे में किसी की जान नहीं गई। पायलट ने सफलतापूर्वक इमरजेंसी लैंडिंग की और सभी यात्री और क्रू मेम्बर्स को सुरक्षित बाहर निकाला।
इस हादसे के बाद, अमेरिकी एविएशन रेगुलेटर ने बोइंग 737-9 मैक्स सीरीज के करीब 171 विमानों की उड़ानों पर अस्थायी रोक लगा दी है। इसके साथ ही, भारतीय विमानन नियामक डीजीसीए ने भी घरेलू एयरलाइनों को बोइंग 737 मैक्स विमानों की जांच के लिए निर्देश दिया है।
बोइंग का विवादों ने नाता
बोइंग 737 मैक्स विमान को साल 2015 में तैयार किया गया था. साल 2017 में फेडरल एविएशन अथॉरिटी ने इसे मंजूरी दी थी. जिसके बाद ये सबसे पॉपुलर एयरक्राफ्ट बन गया. हालांकि इस पॉपुलर विमान के साथ कई हादसे भी हुए. 2018 में इंडोनेशियाई एयरलाइन के तहत उड़ान भरते वक्त बोइंग विमान हादसे का शिकार हो गया.
इसमें 189 लोगों की मौत हो गई. मार्च 2019 में बोइंग 737 मैक्स प्लेन क्रैश हुआ, जिसमें 157 लोगों की मौत हो गई. जिसके बाद बोइंग विमानों की उड़ान पर रोक लगा दी गई थी. बोइंग के इस प्लेन की डिजाइन से लेकर मैन्युफैक्चरिंग पर कई आरोप लगते रहे. इन आरोपों के बाद कंपनी ने कई सुधार किए, जिसके बाद साल 2020 में कंपनी को फिर से उड़ान की इजाजत मिली.