नई दिल्ली: भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने मंगलवार को जारी किए गए एक रिपोर्ट में कहा है कि COVID-19 वैक्सीनेशन के कारण युवा एडलट्स में अचानक मौत का खतरा नहीं बढ़ा है। इस रिसर्च में आईसीएमआर ने कहा है कि कोविड से होने वाली अस्पताल में भर्ती, परिवारिक मौत का इतिहास और जीवनशैली के कुछ पहलुओं ने युवा वर्ग के बीच अचानक मौतों की घटनाओं में वृद्धि की है।
पीटीआई भाषा की एक खबर के मुताबिक, सूत्रों के अनुसार भारत में स्वस्थ युवा वयस्कों के बीच अचानक होने वाली मौतों की खबरों ने अनुसंधानकर्ताओं को शोक्षित किया है। आईसीएमआर ने इस अध्ययन को शुरू किया था जिसका मुख्य उद्देश्य युवा वयस्कों में हो रही अचानक मौतों के कारणों की जांच करना था।
अध्ययन में 18-45 वर्षीय स्वस्थ व्यक्तियों की रिपोर्टों को शामिल किया गया जिन्हें कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं थी। इनमें से कुछ ने अस्पष्ट कारणों से अचानक मृत्यु हो गई थी, जो अक्टूबर 2021 से 31 मार्च 2023 तक के बीच थी।
सूत्रों का कहना:
सूत्रों ने बताया कि प्रत्येक मामले के लिए, आयु, लिंग, और इलाके के आधार पर चार अन्य लोगों को मिलान के लिए चुना गया। अध्ययन के अनुसार, ‘कोविड-19 टीकाकरण से भारत में युवा वयस्कों में आकस्मिक मृत्यु का जोखिम नहीं बढ़ा, बल्कि टीके से वयस्कों में आकस्मिक मौत होने का खतरा कम हुआ है।’