गिरिडीह: गिरिडीह में डीसी पद पर ज्वाइनिंग के पहले आदिवासी कल्याण आयुक्त नमन प्रियेश लकड़ा का एक वायरल वीडियो ने हलचल मचा दी है। इस वीडियो में वह ट्रांसफर नोटिफिकेशन के बाद भी 11 बजे देर रात तक आफिस में काम करते देखे जा रहे हैं।
साथ में कुछ पदाधिकारी और कर्मचारी भी हैं। उनके आफिस के ही कुछ पदाधिकारियों और कर्मचारियों ने उन पर आरोप भी लगाया है कि वह अपने पद का प्रभुत्व दिखाकर उनलोगों से ड्यूटी आवर के बाद भी घंटों जबरन काम लेते हैं। बताया जाता है कि रांची में आदिवासी कल्याण आयुक्त का प्रभार देने के पहले बैक डेट में चेक काट रहे थे। साथ ही टेंडर मैनेज करने का भी आरोप है। वहीं संचिका का भी निष्पादन कर रहे थे।
गिरिडीह में पोस्टिंग होने के बाद भी नमन प्रियेश लकड़ा रांची में कल्याण आयुक्त के पद पर रह कर काम कर रहे हैं। नोटिफिकेशन के बाद रात के 11 बजे तक विभाग के कर्मचारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। रविवार छुट्टी के दिन भी कार्यालय खोल कर काम करते नजर आ रहे हैं। मीडिया कर्मियों के पूछे जाने पर वह नाराज हो कहते हैं कि जाने से पहले पेंडिंग काम को निपटा रहे हैं। वह आदिवासी कल्याण आयुक्त के अलावा चार अन्य जगहों पर अतिरिक्त प्रभार में भी हैं। विभाग के कर्मचारियों ने उनके खिलाफ सीएम, मुख्य सचिव और विभागीय सचिव से लिखित शिकायत की है।
पदाधिकारियों और कर्मचारियों ने पत्र में प्रताड़ना के खिलाफ आत्मदाह कर लेने तक की चेतावनी दी है। उसमें कहा गया है कि कल्याण आयुक्त देर रात तक बैठा कर कर्मचारियों से काम करवाते हैं। छुट्टी के दिन भी दफ्तर खुलवा कर काम करवाते हैं। हालांकि इस वीडियो की पुष्टि सनातन सिंधु नहीं करता है। वैसे जानकारों की राय में मामला जांच का विषय है।