असम के करीमगंज जिले के एक स्कूल में हुआ एक अजीब मामला जिसमें सरकार के गुणोत्सव कार्यक्रम के दौरान कई छात्राएं अचानक बेहोश होकर गिरने लगीं। इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने गुणोत्सव के कार्यक्रम को रोक दिया है।
छात्राओं में यह घटना दहशत और आश्चर्य का माहौल बना देने वाली है। डॉक्टरों के अनुसार, इसे “हिस्टीरिया” कहा जा रहा है, जो एक तरह की मानसिक बीमारी है। इसमें छात्राएं अचानक बेहोश होती हैं, चिल्लाती हैं, और ज़मीन पर लोटती हैं।
रामकृष्ण नगर के रामकृष्णनगर विद्यापीठ में यह मामला सामने आया है। यहां के शिक्षकों का कहना है कि कुछ स्टूडेंट अजीब तरह का व्यवहार कर रहे थे। वे बेहोश हो गए तो उन्हें अस्पताल ले जाया गया। वहीं अगले दिन सुबह की प्रार्थना के वक्त भी ऐसा ही हुआ। कुछ और स्टूडेंट को ऐसा ही झटका आया और फिर वे बेहोश हो गईं। इससे स्टूडेंट्स मेंडर समा गया है और वे स्कूल आने को तैयार नहीं हैं।
प्रशासन का कहना है कि इस बीमारी से प्रभावित होने वाली ज्यादातर 5वीं से 9वीं क्लास तक की छात्राएं हैं। उन्हें तत्काल रामकृष्णनगर सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। गुणोत्सव कार्यक्रम के एक इवैलुएर दीपांकर दास ने कहा कि सुबह की प्रार्थना के वक्त दो छात्राएं अचानक जमीन पर लोटने लगी थीं। उन्होंने कहा, शिक्षकों ने छात्राओं को शांत कराने की कोशिश की। उन्हें सिक रूम में ले जाया गया। तभी और भी छात्राएं उसी तरह की हरकत करने लगीं। कुछ देर में वे एक दूसरे के ऊपर ही बेहोश होकर गिरने लगीं।
स्कूल के शिक्षकों ने बताया कि इस अजीब व्यवहार के बारे में उन्हें पहले से ही कुछ स्टूडेंट्स की शिकायतें मिल रही थीं, लेकिन इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेकर जांचने का निर्णय लिया है।
इस घटना के बाद, छात्राओं को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है और कई छात्राएं बिना इलाज के भी ठीक हो गईं हैं। स्थानीय विधायक ने बताया कि इस घटना के परिणामस्वरूप स्कूल को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है और जांच की जाएगी।
स्कूल के प्रशासन ने छात्राओं की बेहोशी को मानसिक तनाव या दिव्य शक्तियों से नहीं जुड़ा बताया है, जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सब भूतों की वजह से हो रहा है। उनका दावा है कि स्कूल में पहले ही दो लोगों की मौत हो गई थी और उनकी आत्माएं अब भी वहां रह रही हैं। उन्होंने स्कूल परिसर में कीर्तन और अन्य पूजा पाठ भी करवाए। प्रशासन ने इस दावे को नकारात्मक बताया है और घटना की जांच का आदेश दिया है।