पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हलचल मची हुई है, जहां महिलाएं सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रही हैं, और इस कड़ी में TMC नेता अजीत माईती पर हमला हुआ है। गांववालों ने अजीत माईती पर झाड़ू और चप्पलों से हमला किया और उनके घर को तोड़फोड़ भी की। यह घटना उस समय हुई जब अजीत माईती इलाके में मौजूद थे। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अजीत माईती और उनके समर्थकों ने महिलाओं के साथ गलत व्यवहार किया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और वहां से हटाया भी गया है।
आरोपी शेख शाहजहां तथा उसके करीबी सहयोगियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर संदेशखाली में महिलाएं फिर से उतरीं, लाठी और झाड़ू लेकर सड़कों पर उतर आईं, जिससे इलाके में तनाव पैदा हो गया। पुलिस ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए संदेशखाली में धारा 144 के तहत नए निषेधाज्ञा लगा दी है, जहां शुक्रवार सुबह से सबसे अधिक तनाव था। इसी कड़ी में अजीत माईती पर भी हमला हुआ।
सड़क पर महिलाएं, पुलिस ने ली कड़ी कदमें
अतिरिक्त पुलिस निदेशक सुप्रतिम सरकार भारी पुलिस दल के साथ तनाव प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गए हैं। उन्होंने प्रदर्शनकारी महिलाओं से सड़कों पर विरोध करने की बजाय जिला प्रशासन से संपर्क करने की अपील की और अपनी शिकायतें दर्ज कराने की अपील की। दूसरे वरिष्ठ पुलिसकर्मियों ने भी प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया कि इस तरह के विरोध प्रदर्शनों से उनकी शिकायतों को दूर करने की प्रक्रिया में देरी होगी।
बता दें कि ईडी और सीएपीएफ के जवानों पर 5 जनवरी की सुबह हमले के आरोपी मास्टरमाइंड शेख शाहजहां के छोटे भाई शेख सिराजुद्दीन के स्वामित्व वाले मछलीपालन फार्म के भीतर एक गोदाम को स्थानीय लोगों द्वारा जलाए जाने के बाद गुरुवार शाम से संदेशखाली में तनाव व्याप्त था। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने शुक्रवार को फरार तृणमूल कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी के अलावा, शाहजहां और उसके सहयोगियों द्वारा अवैध रूप से और जबरदस्ती कब्जा की गई कृषि भूमि को वापस करने की भी मांग उठाई।