चंद्रदेव सिंह राकेश
जमशेदपुर।जून का महीना भी सनातन धर्म संस्कृति के अनुसार संपन्न होने वाली शादियों का माह होता है। अनेक लोगों की इस माह में शादी होती है या लोग अपनी शादी की सालगिरह मनाते हैं। जमशेदपुर के प्रतिष्ठित समाजसेवी व कारोबारी मालीराम नरेडी के लिए भी 2024 का जून महीना यादगार पल लेकर आया है। इस वर्ष 24 जून को मालीराम जी नरेडी के शुभ विवाह के 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं। यानी उनकी शादी की गोल्डेन जुबिली (स्वर्ण जयंती) 24 जून को है।
अपने जीवन के हर क्षेत्र में नई लकीर खींचने के हिमायती मालीराम जी नरेडी अपनी शादी की गोल्डेन जुबिली को भी नये अंदाज में सुनहरे पल के रूप में दर्ज करने की अभिलाषा रखते हैं और उनके सुपुत्रों अनिल, सुनील, राकेश और मनीष नरेडी अपने पिता की भावनाओं के अनुसार इस ऐतिहासिक पल को यादगार बनाने में शिद्दत से जुटे हुए हैं। चारों भाई परिवार के अन्य सदस्यों के साथ इस आयोजन को ऐसा रूप प्रदान कर रहे हैं जिससे भारत के सनातन मूल्यों के प्रति पिता मालीराम जी नरेडी के समर्पण को भी आदर मिले और परिवार के नए सदस्यों की चाहत के अनुरूप जश्न का रंग भी पार्टीमय नजर आए। उनके इस गोल्डेन जुबिली समारोह में सनातन और नूतन का यही सम्मिश्रण आकार ग्रहण करेगा। जो जमशेदपुर के सामाजिक जीवन में एक नर्ई लकीर के रूप में सामने आएगा।
लंबे समय तक जुगसलाई में रहे मालीराम जी नरेडी अब सर्किट हाउस क्षेत्र के निवासी हैं। पहले खुद और बाद में उनके पुत्रों ने कारोबार के क्षेत्र में अपनी विशिष्टï पहचान बनाई। साथ ही धर्म और समाजसेवा के क्षेत्र में भी मौन साधक के रूप में अपनी गतिविधियों को विस्तार देते रहे।
मालीराम जी नरेडी की शादी की 50वीं सालगिरह का उत्सव 23 जून को ही प्रारंभ हो जाएगा। इसका शुभारंभ राजस्थान के जयपुर जिला अंतर्गत अमरसर वाली श्री महाकाली माता कालका माता के मंगल पाठ से होगा।
मंगल पाठ का मार्गदर्शन श्री महाकाली शक्तिपीठ अमरसर के महंत श्री प्रेमगिरी जी महाराज करेंगे। इस अवसर पर मुंबई के प्रख्यात भजन गायक सुदर्शन कुमार भी अपना जलवा बिखेरेंगे। जमशेदपुर के सोनारी मेरीन ड्राइव स्थित बिंदल मॉल के बैंक्वेट हॉल में आयोजित दो दिनी जलसे के पहले दिन मंगलपाठ का कार्यक्रम होगा। जिसका समापन प्रसाद के साथ होगा।
24 जून को परिवार के सदस्य मालीराम जी और उनकी पत्नी कांता नरेडी के सम्मान में इसी बैंक्वेट हॉल में रंगारंग कार्यक्रम करेंगे। जिसमें सगे-संबंधियों के अलावा मित्रों, परिचितों, शुभचिंतकों और चाहने वालों का महाजुटान होगा और अपने मालीराम नरेडी और उनकी धर्मपत्नी कांता नरेडी को शुभकामनाओं का मान देते हुए रंगारंग जश्न से साक्षात्कार होगा।