बच्चों की अच्छे विकास के लिए जरूरी है कि उनकी परवरिश एक अच्छी जगह पर हो सके. इसके लिए माता-पिता को बच्चों को उनकी नींद पूरी करने के साथ ही खेलने-कूदने के लिए भी समय देना चाहिए.
आज के समय में हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे किसी भी बिमार से दूर रहे. इसी के साथ ही उनका मन पढ़ाई में भी लगे. इन सब के बीच माता-पिता अपने बच्चे के स्वास्थ्य पर ठीक से ध्यान नहीं दे पाते हैं. वहीं शारीरिक रूप से कमजोर होने के कारण बच्चों का मानसिक रूप से विकास भी काफी बाधित होता है. ऐसे में छोटे बच्चों के मात-पिता इन 5 बातों का ध्यान रखकर अपने बच्चे को शारीरिक और मानकित रूप से स्वस्थ बना सकते हैं.
खेल–कूद
ज्यादातर माता-पिता को उनके बच्चों का खेलना-कूदना अच्छा नहीं लगता है. उन्हें लगता इससे बच्चे शरारती होते हैं. जबकि ऐसा नहीं है, बच्चों के शारीरिक विकास के लिए उनका खेलना-कूदना काफी जरूरी होता है. खेलने से बच्चों की लंबाई, ब्लड सर्कुलेशन और शारीरिक बल बढ़ता है.
स्वस्थ खाना
किसी भी बच्चे के विकास में उसे दिए जा रहे खाने का महत्वपूर्ण योगदान होता है. बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य को लगातार बनाए रखने के लिए उन्हें प्रोटीन युक्त खाना देना काफी लाभदायक होता है. बच्चों को दाल, अंडे, दूध, हरी सब्जियां और मांस के रूप में प्रोटीन की अच्छी खुरीक दी सकती है. अच्छे स्वास्थ्य के लिए उन्हें जंकफूड्स से दूर रखना बेहद जरूरी है.
हवादार कमरा
बच्चों की अच्छी ग्रोथ के लिए जरूरी है कि उनकी परवरिश एक अच्छी जगह पर हो सके. इसके लिए हवादार कमरा जिमसें क्रॉश वेंटिलेशन की सुविधा उपलब्ध रहती है, उससे काफी मदद मिलती है. ऐसे कमरे जिसमें खिड़कियां होती हैं, उससे बच्चों को क्रिएटिव होने में काफई मदद मिलती है. खुली हुई खिड़की से आसपास के वातावरण और आसमान के चमकते तारों को देखकर बच्चों का मन हमेशा खुश रहता है, वहीं खुला आसमान उन्हें काफी क्रिएटिव बनने में भी मदद करता है.
अच्छी नींद
अक्सर बच्चों के माता-पिता की शिकायत रहती है कि जब भी वह बच्चों को पढ़ाने बैठते हैं तो उन्हें नींद आने लगती है. ऐसा बच्चों की नींद पूरी नहीं होने का कारण होता है. ऐसे समय में हमें बच्चों को नींद पूरी करने के लिए सोने देना चाहिए. छोटे बच्चे अक्सर किसी भी खेल-कूद के दौरान जल्दी थक जाते हैं. जिसके कारण उन्हें पढ़ते समय अक्सर सोते हुए देखा जाता है. ऐसे समय में बच्चों को उनकी नींद पूरी करने देना चाहिए.
साफ–सफाई
बच्चों को सफाई के बारे में बताना बचपन से काफी जरूरी है. उन्हें अपने दांत, हाथ, अंगुलियों को हमेशा साफ रखने के लिए प्रेरित करना चाहिए. ऐसे करने से बच्चों के बिमार होने का खतरा कम हो जाता है. किसी भी बिमारी की शुरुआत गंदगी से होती है. एसे में बच्चों को अपने नाखून समय पर काटने और हाथों की अच्छी सफाई के बारे में बताना बेहद जरूरी है.