दुनिया मंदी की आशंका में जी रही है जबकि भारत की इकॉनमी कुलांचे मार रही है। वर्ल्ड बैंक समेत कई एजेंसियों का कहना है कि इस बार भी भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकॉनमी बना रहेगा। इसका फायदा नौकरी करने वाले लोगों को भी मिलने जा रहा है।Korn Ferry के इंडिया कम्पेंसेशन सर्वे के अनुसार, इस बार भारत में सैलरी में बड़ी वृद्धि की उम्मीद है। इस सर्वे के मुताबिक, इस वर्ष भारतीय कंपनियां अपने कर्मचारियों को औसतन 9.7 प्रतिशत सैलरी इंक्रीमेंट प्रदान कर सकती हैं, जो पिछले वर्ष 9.5 प्रतिशत था।
भारत को एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी बनाए रखने का आकलन किया जा रहा है, जिससे नौकरी करने वालों को भी बेहतर सैलरी की सुविधा होने की उम्मीद है।
कोर्न फेरी के सर्वे के अनुसार, इस साल कंपनियों को अपने प्रतिभावान कर्मचारियों को बनाए रखने के लिए उन्हें पिछले वर्ष से ज्यादा सैलरी देने की तैयारी में हैं।
इस सूची में फाइनेंशियल सर्विसेज, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स एंड प्रॉडक्ट्स, केमिकल्स, इंडस्ट्रियल गुड्स, रिटेल इंडस्ट्रीज, ऑटोमोटिव, कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डिंग मटीरियल, लाइफ साइंसेज एंड हेल्थ केयर, ऑयल एंड गैस, और आईटी सर्विसेज सेक्टर्स शामिल हैं। इन सेक्टर्स में सैलरी में 7.8 प्रतिशत से लेकर 9.7 प्रतिशत तक की वृद्धि का अनुमान है।
ग्लोबल स्लोडाउन के बावजूद, भारत की जीडीपी ग्रोथ बड़े देशों में सबसे ज्यादा रहने का अनुमान है, और यही कारण है कि भारतीय कंपनियां लगातार ग्रोथ कर रही हैं और क्रिटिकल टेलेंट की कमी बनी हुई है।
इन सेक्टर्स में सैलरी वृद्धि का अनुमान:
- फाइनेंशियल सर्विसेज: 10 प्रतिशत
- ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स एंड प्रॉडक्ट्स: 10 प्रतिशत
- केमिकल्स: 10 प्रतिशत
- इंडस्ट्रियल गुड्स: 10 प्रतिशत
- रिटेल इंडस्ट्रीज: 10 प्रतिशत
- ऑटोमोटिव: 9.7 प्रतिशत
- कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डिंग मटीरियल: 9.6 प्रतिशत
- लाइफ साइंसेज एंड हेल्थ केयर: 9.5 प्रतिशत
- ऑयल एंड गैस: 9.5 प्रतिशत
- आईटी सर्विसेज: 7.8 प्रतिशत
इस सर्वे का आंकलन करने वाले Korn Ferry के रीजनल मैनेजिंग डायरेक्टर नवनीत सिंह ने कहा कि भारत ग्लोबल इकॉनमी में एक उज्ज्वल सितारा है और कंपनियां इस समय अपने प्रतिभावान कर्मचारियों को बनाए रखने के लिए सैलरी में वृद्धि कर रही हैं।