चीन में एक नई महामारी के आसार में हड़कंप मचा है, जिससे सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। बीजिंग और लियाओनिंग के अस्पतालों में बच्चों की बड़ी संख्या में भर्तीयाँ हो रही हैं। WHO ने इस रहस्यमयी बीमारी से जुड़े डेटा और जानकारी की मांग की है, इसे कोरोना से तुलना की जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार, इस नई महामारी से प्रभावित बच्चों के फेफड़ों में सूजन हो रही है, जिसके साथ तेज बुखार और अन्य असामान्य लक्षण दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, इन बच्चों में कोविड-19 से संबंधित अन्य लक्षण नहीं हैं।
खतरनाक श्रेणी का अलर्ट जारी:
ProMed ने दी चेतावनी, WHO ने मांगा डेटा
निमोनिया के उभरते मामलों की बिना डायग्नोजिस की चेतावनी देने वाले ओपन-एक्सेस सर्विलांस प्लेटफॉर्म ProMed ने बच्चों में बढ़ती निमोनिया के बारे में अलर्ट जारी किया है। 21 नवंबर को, मीडिया और ProMed ने चीन में बच्चों में अज्ञात निमोनिया के आंकड़ों में वृद्धि की रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें यह बताया गया कि इसका प्रकोप कब शुरू हुआ, यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह असामान्य है कि इतने सारे बच्चों को एक साथ प्रभावित होना। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह एक और महामारी की शुरुआत हो सकती है, और सतर्कता बरतनी चाहिए।
WHO की नजर में:
उत्तरी चीन में महामारी के मामलों पर WHO की सुरक्षाग्रस्त नजर
उत्तरी चीन में निमोनिया और सांस संबंधी बीमारी के मामलों पर WHO की नजर है। WHO ने कहा है कि वे चीन में अपने तकनीकी साझेदारों और नेटवर्क के माध्यम से चिकित्सकों और वैज्ञानिकों के साथ संपर्क में हैं। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने 13 नवंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चीन में श्वसन संबंधी बीमारियों की बढ़ोतरी की रिपोर्ट की थी।
भारत में बचाव उपाय:
चीनी महामारी का खतरा: क्या भारत में आ सकती है?
चीन में हो रहे इस रहस्यमयी बीमारी के चलते भारत में भी चिंता बढ़ी है। बीजिंग से आ रहे लोगों की चेकिंग में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। इस बड़े खतरे के बावजूद, अभी तक ऐसी कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। हालांकि, बचाव के लिए स्थानीय डॉक्टरों ने सारी एडवाइजरी का पालन करने की सलाह दी है।
बचाव के उपाय:
सुरक्षित रहें, मास्क पहनें, सावधानी बरतें
स्थानीय डॉक्टरों की सलाह है कि बच्चों में इस नई महामारी के लक्षण होने पर कोविड प्रोटोकॉल का अनुसरण किया जाए। अगर तेज दर्द और बुखार नहीं है, तो भी हर बार हाथ धोना चाहिए और मास्क पहनना चाहिए। डॉक्टरों की सलाह के बिना आत्म-निगरानी न करें। इसे माइकोप्लाज्मा निमोनिया के साथ जोड़ा जा रहा है, जिसे ‘वॉकिंग निमोनिया’ कहा जाता है और जो चीन में बढ़ती हुई है। चीन ने कोविड-19 की पाबंदियों को हटाए जाने के बाद पहली बार सर्दीयों में इस सीजन में इस तरह की महामारी का सामना कर रहा है।