अयोध्या से पधारीं शांति श्रेया ने पलामू में पोलपोल में श्रीरामचरितमानस नवाह्न परायण यज्ञ के 44 वें अधिवेशन में कथा प्रवचन कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि निर्मल मन वाले को ही भगवान की प्राप्ति होती है। भगवान को छल-कपट पसंद नहीं है।
जिस पर भगवान, गुरु और संत की कृपा हो जाए, उसका जीवन धन्य हो जाता है।
उन्होंने कहा कि आज धर्म से लोग विमुख हो रहे हैं। लेकिन धर्म ही हमें सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा देता है।
जब-जब धर्म की हानि हुई है, भगवान को अवतार लेना पड़ा है। भगवान के कथा श्रवण से सभी दु:ख दूर हो जाते हैं और सुख व शांति प्राप्त होती है।
उन्होंने कहा कि कलयुग में खासकर भगवान की कथा चरणामृत के समान है। जो भी भगवान की कथा सुनते हैं, उनका सारा पाप दूर हो जाता है।
इस मौके पर उन्होंने शिव पार्वती, राम विवाह, राम वन गमन आदि की कथा का रसपान कराया।
काफी संख्या श्रद्धालुओं ने यज्ञ मंडप पहुंचकर भगवान की कथा का श्रवण किया।